इनपुट- ज्ञानेश लोहानी, लखनऊ
अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे द्वारा चलाये जा रहे पुरस्कार घोषित / मफरूर अपराधियों की गिरफ्तारी अभियान आदेश के क्रम मे पुलिस अधीक्षक रेलवे लखनऊ के निर्देशन मे एवं पुलिस उपाधीक्षक रेलवे प्रथम के पर्यवेक्षण मे व प्रभारी निरीक्षक संजय खरवार थाना जीआरपी चारबाग के नेतृत्व मे गठित टीम द्वारा अभियान के अनुक्रम मे पुरस्कार घोषित की गिरफ्तारी हेतु पतारसी सुरागरसी मे मामूर किया गया था।
मुखवीर से सूचना मिली की मफरूर अपने किसी साथी के साथ लखनऊ आ रहा है । इस सूचना पर गठित टीम द्वारा त्वरित संज्ञाने लेते हुए अपराधी कृष्ण कुमार मिश्रा पुत्र काशी नाथ मिश्रा निवासी ग्राम अमौना थाना लार जिला देवरिया (उ.प्र.) आलमबाग बस अड्डे पर गिरफ्तार किया गया ।
कृष्ण कुमार मिश्रा व सह अभियुक्तों द्वारा वर्ष 1987 मे रेलवे स्टेशन उतरेठिया पर ट्रेन मे डकैती डालने की योजना बना रहे थे कि पुलिस बल द्वारा गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के दौरान एक अदद तमंचा व कारतूस बरामद किया गया था जिसके सम्बन्ध थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0 1036/87 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट एवं मु0अ0सं0 1035/87 धारा 399/402 भा0द0वि0 पंजीकृत किया गया था ।
अपराधी कृष्ण कुमार मिश्रा द्वारा पूछताछ मे बताया कि थाना जीआरपी चारबाग मे जमानत पर छूटने के बाद से ही बंगाल भाग गया था और वहीं पर पिछले 33 वर्षो से अपने को छुपाकर कोलकत्ता के अर्जन नगर थाना राजाहाट जनपद द0 चौबिस परगना प0बंगाल मे दूसरी शादी कर अपनी पत्नी व बच्चो के साथ रह रहा था । कभी-2 चोरी छिपे अपनी पहली पत्नी व बच्चो से मिलने आता था । करीब 01 वर्षो से पुलिस लगातार मेरे घरवालो पर दबाव बना रही थी । मै पहली पत्नी के लडके मनोज मिश्रा जो कि आगरा मे रहता है, उससे मिलने आगरा गया था और अपने मुकदमों की पैरवी/खत्म कराने हेतु वकील को खोजने हेतु अपने दोस्त के साथ लखनऊ आया था कि ने आलमबाग बस अड्डे से गिरफ्तार कर लिया ।