पुलिस...ये नाम सुनते ही आम लोगों को ये विश्वास हो जाता है कि ये हमारे साथ हैं, तो हमारे साथ कोई अपराधी, या कोई हिंसक व्यक्ति कुछ गलत नहीं करेगा, रायपुर पुलिस का यही लोगों को सुरक्षा का एहसास दिलाता एक वाकया सामने आया है। जिसे लेकर रायपुर पुलिस कप्तान एसएसपी संतोष सिंह समेत रायपुर पुलिस की पूरी टीम की सराहना हो रही है।
दरअसल ग्यारह जुलाई को बीरगांव उरला रायपुर निवासी भीम शाह पिता घुररू शाह उम्र 53 वर्ष अपने पुत्र ओमप्रकाश शाह उम्र 25 वर्ष जो मानसिक रोगी है, उसे उपचार हेतु परिवार के अन्य सदस्यों के साथ एम्स अस्पताल रायपुर में लेकर आये थे।
इस दौरान ये मानसिक रोगी व्यक्ति उनके नियंत्रण से बाहर होकर अस्पताल परिसर क्षेत्र में भीड़-भाड़ वाले स्थान में जाकर अपने हाथ में चाकू लेकर लोगों को भयभीत करने लगा और अस्पताल परिसर में काफी उपद्रव करने लगा, जिसके कारण अस्पताल में अफरा तफरी मच गया तथा लोग डरकर इधर-उधर भागने लगे। जिसकी सूचना थाना आमानाका पुलिस को मिलने पर थाना आमानाका पुलिस द्वारा तत्काल एम्स अस्पताल पहुंचकर मानसिक रोगी ओमप्रकाश शाह जो कभी भी गंभीर अपराध घटित कर सकता था, कोे नियंत्रण करने लिये सउनि. सुरेश मिश्रा एवं आरक्षक भारतेन्दु साहू व अन्य पुलिस स्टाफ द्वारा अपनी जान की परवाह किये बिना घेराबंदी कर चाकू छीनने का प्रयास करने लगे कि मानसिक रोगी ओमप्रकाश शाह द्वारा अपने हाथ में रखंे चाकू से हमला कर सउनि. सुरेश मिश्रा एवं आरक्षक भारतेन्दु साहू को जख्मी कर लहुलूहान कर दिया गया। उसके बाद भी मानसिक रोगी को पकड़कर नियंत्रित किया गया।
इस दौरान थाना आमानाका पुलिस के द्वारा मानवता का परिचय देते हुये मानसिक रोगी को पकड़कर उपचार के लिये एम्स अस्पताल रायपुर मे भर्ती कराया गया। किसी अनहोनी को कंट्रोल करते खुद पर हमला सहते रायपुर पुलिस के जवानों का ये मानवीय चेहरा व साहस देखने को मिला। जिससे अस्पताल में उपस्थित लोगों ने स्वयं को सुरक्षित महसूस कर रायपुर पुलिस का धन्यवाद दिया।
गर्मी से राहत देती दिखी रायपुर पुलिस
गौरतलब है कि जब से रायपुर में एसएसपी संतोष सिंह ने पुलिस कप्तान के रूप में सीमा संभाला है, तब से जनता से ज्यादा ज्यादा इंटरेक्शन करने के साथ गर्मी के दिनों में लोगों को गर्मी से राहत दिलाने ट्रैफिक सिग्नल की चौक चौराहे में छांव की व्यवस्था करने, ज्यादा से ज्यादा पब्लिक से जुड़े कार्यक्रम करने संबंधित आयोजन हो रहे हैं। इसके साथ ही जिस तरह से आमानाका पुलिस के जवानों का जो मानवीय चेहरा सामने आया है, इसकी सराहना हर तरफ हो रही है।