संभल स्थित विवादित शाही जामा मस्जिद एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई है। इस बार वजह बना है भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा लगाया गया नया सूचना बोर्ड, जिस पर मस्जिद का नाम 'जुमा मस्जिद' अंकित है, जबकि आमतौर पर इसे 'शाही जामा मस्जिद' के नाम से जाना जाता रहा है।
ASI के अधिवक्ता विष्णु शर्मा ने मंगलवार (8 अप्रैल 2025) एक समाचार एजेंसी को जानकारी देते हुए बताया कि, "पहले मस्जिद के बाहर एक बोर्ड ASI की ओर से लगाया गया था, लेकिन कुछ लोगों ने उस बोर्ड को हटा दिया और वहां 'शाही जामा मस्जिद' लिखा नया बोर्ड लगा दिया। अब जो नया बोर्ड लगाया गया है, वह ASI के रिकॉर्ड में दर्ज आधिकारिक नाम 'जुमा मस्जिद' के अनुरूप है।"
शर्मा ने यह भी बताया कि विवादित मस्जिद के अंदर पहले से ही एक नीले रंग का बोर्ड मौजूद है, जिसमें इसी नाम का उल्लेख है। हालांकि, ASI ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि नया बोर्ड कब लगाया गया।
सर्वे के वक्त भड़की थी हिंसा, मस्जिद पहले से ही विवादों में घिरी
गौरतलब है कि संभल की यह मुगलकालीन मस्जिद लंबे समय से विवाद का विषय रही है। इस विवादित इमारत को लेकर यह कहा जाता रहा है कि यह कभी एक प्राचीन हिंदू मंदिर (हरिहर मंदिर) का स्थान था। बीते वर्ष 24 नवंबर को जब कोट गर्वी क्षेत्र में मस्जिद का सर्वेक्षण किया जा रहा था, तो हालात बेकाबू हो गए थे। हिंसा इस कदर फैल गई थी कि चार लोगों की जान चली गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन को इलाके में कर्फ्यू लागू करना पड़ा और इंटरनेट सेवाएं भी बंद करनी पड़ीं। अब जब मस्जिद पर नया नाम लिखे बोर्ड को लगाया गया है, तो आशंका है कि इस पर विवाद हो सकता है, हालांकि फिलहाल तक किसी भी पक्ष की ओर से सार्वजनिक रूप से कोई विरोध दर्ज नहीं कराया गया है।