उत्तर प्रदेश के मथुरा के मासूम नगर में धर्मांतरण की साजिश रचने वालों की चालाकी उस वक्त बेनकाब हो गई जब धर्म जागरण समन्वय की टीम ने मौके पर पहुंचकर पूरा खेल बिगाड़ दिया। जैसे ही चंगाई सभा की भनक लगी, धर्म जागरण के कार्यकर्ताओं ने तत्परता दिखाते हुए पुलिस को खबर दी और खुद भी वहां धमक पड़े।
हाईवे थाना क्षेत्र के महोली इलाके में रविवार (6 अप्रैल 2025) को ये पूरा घटनाक्रम सामने आया। तेर सिंह के घर पर चल रही चंगाई सभा में ईसाई मिशनरियों ने खुलकर बाइबल बांटनी शुरू कर दी थी, लेकिन धर्म जागरण की टीम ने मौके पर पहुंचकर सभा को फौरन रुकवा दिया। विजय सिंह गुर्जर, जो कि विभाग सह संयोजक हैं, उन्होंने साफ बताया कि ईसाई मिशन लंबे वक्त से यहां धर्मांतरण की जड़ें जमाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उनकी चालाकी अब ज्यादा देर नहीं टिक पाई।
मौके पर बलराम सिंह, विक्रम सिसोदिया, गिरीश राजपूत, गोपाल त्यागी, रजत रावत, जतिन तंवर, बिट्टू शर्मा और विष्णु चौहान जैसे कई पदाधिकारी पहुंचकर मोर्चा संभाल चुके थे। उनकी मौजूदगी देखकर धर्मांतरण कराने वाले मौके से फरार हो गए। मिशनरियों की ऐसी भगदड़ मच गई कि इलाके में हलचल फैल गई। ग्रामीण भी बड़ी तादाद में जमा हो गए। धर्म जागरण समन्वय के पदाधिकारियों ने गांववालों को दो टूक चेतावनी दी कि अगली बार अगर ऐसी करतूत हुई तो सीधी कानूनी कार्रवाई होगी।
इस हंगामे की खबर मिलते ही थाना प्रभारी आनंद कुमार शाही पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। हालांकि, पुलिस का कहना है कि अभी कोई ठोस मामला सामने नहीं आया है, और न ही कोई तहरीर दी गई है। सीओ रिफाइनरी श्वेता वर्मा ने भी पुष्टि की कि सूचना के आधार पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाल लिया है।
लेकिन सवाल बड़ा है — क्या मथुरा की धरती पर ऐसे धर्मांतरण के खेल को बर्दाश्त किया जाएगा? धर्म जागरण की हुंकार से मिशनरियों की साजिश तो फौरी तौर पर नाकाम हो गई है, लेकिन स्थानीय लोग अब भी सतर्क हैं कि कहीं अगली बार ये फिर से न दोहराया जाए।