राष्ट्रीय लोक अदालत में एक लाख मामलों का हुआ निस्तारण, महिला न्यायिक अधिकारियों को किया गया सम्मानित

जनपद न्यायालय लखनऊ सहित मोटर दावा दुर्घटना अधिकरण, पारिवारिक न्यायालय परिसर, वाणिज्यिक न्यायालय, उपभोक्ता फोरम, कलेक्ट्रेट एवं समस्त तहसीलों आदि में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया।

Rajat Mishra
  • Mar 8 2025 9:42PM

इनपुट-अंशुमान दुबे, लखनऊ

 
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के निर्देशानुसार जनपद न्यायालय, लखनऊ में जनपद न्यायाधीश बबीता रानी की अध्यक्षता एवं मार्गदर्शन में तथा मीनाक्षी सोनकर अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशन में जनपद न्यायालय लखनऊ सहित मोटर दावा दुर्घटना अधिकरण, पारिवारिक न्यायालय परिसर, वाणिज्यिक न्यायालय, उपभोक्ता फोरम, कलेक्ट्रेट एवं समस्त तहसीलों आदि में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया।
              
राष्ट्रीय लोक अदालत के अवसर पर आज जनपद न्यायालय लखनऊ में शैलेन्द्र श्रीवास्तव, न्याय मित्र/अध्यक्ष, विनायक ग्रामोद्योग संस्थान एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में एक मेगा निःशुल्क स्वास्थय शिविर एवं जनसुविधा कैम्प का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन जनपद न्यायाधीश बबीता रानी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में अपोलो, मैक्स, मेदांता अस्पताल, राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज, बलरामपुर अस्पताल, बाबू बनारसी दास डेन्टल कालेज आदि उपस्थित रहे। उद्घाटन समारोह में संजय सिंह, सदस्य सचिव, उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ, कु0 मंजुला सरकार अपर जिला जज, बार एशोसियेशन के अध्यक्ष एवं महामंत्री, समस्त न्यायिक अधिकारी, कर्मचारी आदि उपस्थित हुये। न्यायिक अधिकारीगण, अधिवक्तागण, कर्मचारीगण, वादकारीगण द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का लाभ उठाया गया। इस अवसर पर महिला न्यायिक अधिकारियों को सम्मानित किया गया।
      
राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद न्यायालय में विषेश न्यायाधीश ई0सी0एक्ट द्वारा 41 मामलें, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 8905 मामलें, विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (कस्टम) द्वारा 5127 मामलें, विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (अयोध्या प्रकरण) द्वारा 3059 मामलें तथा अन्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 17496 मामलों सहित कुल न्यायिक अधिकारियों द्वारा 34587 मामलें निस्तारित किये गये। मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के कुल 154 मामलें, वाणिज्यिक न्यायालय के 45 मामलें तथा पारिवारिक न्यायालय के 210 मामलों सहित न्यायालय में लम्बित कुल 32584 वादों का निस्तारण कर कुल रू0 318599929/- की धनराशि वसूल की गयी। वैवाहिक प्री-लिटिगेशन के 49 मामले एवं राजस्व के कुल 61,527 वाद मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा 75445 मामले तथा अन्य 19260 मामलों सहित कुल 156232 मामलों का निस्तारण कर कुल रू0 88391948/- की धनराशि वसूल हुयी। इस प्रकार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 190819 मामलों का निस्तारण कर कुल रूपये 406991877/- की धनराशि वसूल की गयी।
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