कनाडा में खालिस्तान समर्थक अर्शदीप सिंह गिल, जिसे अर्शदीप डल्ला के नाम से जाना जाता है, को हिरासत में लिया गया है। वह हरदीप सिंह निज्जर का करीबी माना जाता है।
जानकारी के अनुसार, अर्शदीप को 27-28 अक्टूबर को कनाडा में हुई गोलीबारी के बाद हिरासत में लिया गया है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उसे हिरासत के बाद रिहा किया गया है या नहीं। इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान भी जारी नहीं किया गया है।
भारत और कनाडा के संबंधों पर प्रभाव
वर्तमान में भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंधों में ठहराव है, जिसके कारण दोनों देशों के बीच जानकारी साझा नहीं की जा रही है। इस घटना ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है, और इससे आगे की कार्रवाई पर भी असर पड़ सकता है।
भारत ने अर्शदीप डल्ला को आतंकवादी घोषित किया
साल 2022 में भारत के केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्शदीप डल्ला को आतंकवादी घोषित किया था। मोगा, पंजाब से संबंध रखने वाले अर्शदीप ने कनाडा में शरण ली हुई है और उसके खिलाफ हत्या, जबरन वसूली और आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता के कई आरोप हैं।
एनआईए द्वारा अर्शदीप पर आरोप
नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (NIA) ने अर्शदीप पर हत्या, आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग, सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने और पंजाब में आतंक का माहौल बनाने का आरोप लगाया है। एनआईए ने उसे पंजाब में आतंक फैलाने वाले तत्वों में से एक माना है।
निज्जर के करीब है अर्शदीप डल्ला
केंद्रीय गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, अर्शदीप वांटेड आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर के निकट है और वह उसके आतंकवादी मॉड्यूल में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। उसके ऊपर आतंकवाद, हत्या, जबरन वसूली, ड्रग्स और हथियारों की तस्करी में संलिप्तता के आरोप हैं।
पंजाब पुलिस की कार्रवाई
हाल ही में पंजाब पुलिस ने अर्शदीप के दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी फरीदकोट जिले में सिख एक्टिविस्ट गुरप्रीत सिंह हरी नाऊ की हत्या के सिलसिले में की गई है। इस ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए मोहाली की स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल, एंटी-गैंग्सटर टास्क फोर्स और फरीदकोट पुलिस ने मिलकर काम किया।