एक तरफ कमजोर होता देश और दूसरी तरफ मजबूत होते गद्दारों को देख कर आपके मन में उनको
सजा देने की भावना प्रकट होती हो,
धर्म पर हावी होते अधर्म को रोकने के लिए आपके ह्रदय में ज्वालामुखी धधगता हो,
दसो दिशाओं में दिख रहीं अव्यवस्था को नज़रअंदाज़ करने वाले सरकारी कुशासन को सुशासन में बदलने
के लिए आप कुछ करना चाहते हो, तो आगे की पूरी जानकारी और यह मिशन आप जैसे देशभक्तों के
लिए हैं.
अब प्रोफेशन को मिशन के साथ जोड़ कर, पैसों के साथ प्रतिष्ठा भी कमाएं और देश-समाज सेवा के लिए
कहीं छुट्टी लेकर जाने के बजाये इस कार्य को ज्यादा से ज्यादा करे और बने एक सच्चे और अच्छे
हिंदुस्थानी के साथ ही मजबूत हिंदुस्थानी जिसके हाथ में होगी अपने क्षेत्र के सुशासन की कमान।
सुशासन क्या है? हमारा देश स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है, परन्तु क्या हम हमारे महापुरुषों
के सपनों का देश बना पाये? उत्तर है नहींI इस नहीं का कारण, परिणाम पर अध्ययन करके हमने उपाय
का एक मार्ग निकाला हैI वरिष्ठ पत्रकार और प्रखर राष्ट्रवाद की बुलंद आवाज़ श्री सुरेश चव्हाणके जी ने
इसमें लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को ज्यादा शक्तिशाली और इसके पत्रकार को ज्यादा सक्रिय करने की
योजना बनाई हैI इसके लिए देश के सारे राज्यों, जिलों, तहसील और गाँवों में समाधान केंद्र खोलने
हैI सुदर्शन चैनल केवल समस्या नही बताता बल्कि समाधान भी देता है, इसलिए इन केंद्रों का
नाम “सुदर्शन समाचार एवं समाधान केंद्र” रखा गया हैI सुदर्शन समाचार समाधान नेटवर्क के पहले शब्दों
को लेकर शब्द बना है- " सुशासन "
क्योंकि 75 वर्षो के शासन तंत्र को अब हम जनता को हाथ मे लेकर सुधारने की आवश्यकता
है, इसलिए “सुशासन” इसमें समाचार, सरकारी योजनायें, जन समस्याएं, जन निधि एवं स्वदेशी के पांच
सूत्रों से सुशासन की विराट महायोजना बनाई गई हैI इसके लिए स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने तक देश
भर में विश्व का सबसे बड़ा मीडिया एवं समाज का संयुक्त महा-नेटवर्क बनाना हैI
इसमें सुदर्शन के सक्रिय पत्रकार के साथ ही समाज की सक्रिय सज्जन शक्ति को जोड़ कर हिन्दुस्थान के
तथाकथित आज़ादी को संपूर्ण स्वतंत्रता में परिवर्तित करना है. इस ऐतिहासिक कार्य में जुड़ने के लिए
प्रत्येक राष्ट्र भक्त नागरिक का स्वागत हैं.